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Showing posts from April, 2021

बच्चों के एक्सपर्ट के साथ बच्चों के व्यक्तित्व के बारे में जानें। By :- luckyravinder

बच्चों के एक्सपर्ट के साथ बच्चों के व्यक्तित्व के बारे में जानें। जीत के लिए दबाव बनाने वाले माता-पिता अपने बच्चों की छोटी-छोटी असफलताओं को भी बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और असफलता के चलते माता - पिता अपने बच्चों को गाली गलौच और मारपीट  करने से भी पीछे नहीं हटते ।   More read  :  विभिन्न व्यवसाय में उन्नति हेतु रुद्राक्ष धारण का क्या महत्व है। शिव का रुद्राक्ष । माता-पिता बच्चों के रोल मॉडल हैं। इसलिए, जिस तरह से वे बच्चों के साथ व्यवहार करते हैं, बच्चे उसी तरह बड़े होते हैं और यहीं से उनके व्यक्तित्व की नींव भी तैयार होती है .. लेकिन आज, समय के साथ, चीजें बदलने लगी हैं। माता-पिता और बच्चों के व्यवहार में भी बदलाव आने लगे हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही पारिंग स्टाइल और बच्चों के स्वभाव पर इसके प्रभाव के बारे में। माता-पिता का व्यवहार आवश्यकता से बाहर अधिक देखभाल, बच्चों को: चिपकु, क्या होंगी शर्तें? जो माता-पिता अपने बच्चों की जरूरत से ज्यादा देखभाल करते हैं या उनकी जरूरत से ज्यादा पढ़ाई के लिए कहते हैं ,अपने बच्चों के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करते हैं, वे अपने बच्चों को जीवन की कठिन

क्या आप भी मानते हैं की बचपन पर हावी हो रहा है ग्लैमर जगत ? क्या ग्लैमर जगत की चमक - दमक बच्चों के भविष्य को प्रभावित कर रही है । जाने 2021 में बच्चों के भविष्य के संबंध में कुछ बातें । By :- luckyravinder

बच्चे अपना हुनर दिखाने के साथ - साथ पढ़ाई में भी कैसे होशियार बने रहे । क्या आपका बच्चा भी पढ़ाई के साथ कोई गेम या फिर अपना हुनर दिखाने के लिए किसी रियल्टी शो मे जाना चाहता है ? क्या आप भी अपने जीवन में अधूरी रह गई इच्छाओं को अपने बच्चों के रूप में पूरा करना चाहते हो ? क्या आप भी मानते हैं की बचपन पर हावी हो रहा है ग्लैमर जगत ? क्या ग्लैमर जगत की चमक - दमक बच्चों के भविष्य को प्रभावित कर रही है । जाने 2021 में बच्चों के भविष्य के संबंध में कुछ बातें । बच्चों को भगवान का रूप कहा जाता है । बच्चों की बात - बात में मासूमियत छुपी होती है । लेकिन अब जमाना बदल गया है । अब बच्चों को पहले जैसे लाड - प्यार से नहीं किया जाता । अब बच्चे को ऐसे समझा जाता है जैसे वह एक बच्चा नहीं, एक कंप्यूटर प्रोग्राम हो और उसके बचपन खेलने - कूदने के दिनों में ही उसके नाजुक कंधों पर बहुत बड़ी - बड़ी जिम्मेवारी दी जाती है । कई माता-पिता तो अपने पूरे परिवार का बोझ ही अपने नन्हे-मुन्ने बच्चों पर डाल देते हैं । किसे भी फील्ड में जाने के लिए आजकल बच्चे को बचपन से ही तैयारी मैं लगा दिया जाता है ।  More read :  Beyond Vow